श्लोक हनुमान चालीसा ॥ श्री हनुमान चालीसा ॥ दोहा: श्रीगुरु चरण सरोज रज, निजमन मुकुर सुधार । बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायक फल चार ॥ बुद्धिहीन तनु … byGossips360 -February 01, 2025